डि. एस. ख्वाजा, जिला प्रतिनिधि, चंद्रपुर :- चंद्रपुर /-
जन विकास सेना के अध्यक्ष पप्पू देशमुख ने आरोप लगाया कि कचरा संग्रहण और परिवहन के ठेके का दूसरा टेंडर निकालकर उसमें 1100 रुपये प्रति टन की बढ़ोतरी कर बड़ा घोटाला किया गया था। इस बीच महानगरपालिका ने ठेकेदार से रेट कम करने को कहा।

लेकिन ठेकेदार ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने महानगरपालिका के पक्ष में फैसला सुनाते हुए ठेका रद्द कर दिया। इस फैसले से महानगरपालिका के करोड़ो रूपये बच गये। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की सफलता को लेकर पप्पू देशमुख के नेतृत्व में जन विकास सेना ने शुक्रवार को शाम 5 बजे महानगरपालिका के सामने मिठाई बांटकर व पटाखे फोड़कर जश्न मनाया।
इस मौके पर जन विकास सेना के घनश्याम येरगुडे, मनीषा बोबडे, अक्षय येरगुडे, इमदाद शेख, प्रफुल्ल बैरम, गीतेश शेंडे, नीलेश पझारे, अमोल घोडमारे, रवि काले, कविता अवथनकर, मेघा मगरे, माया बोधे, स्नेहल चौथले, बबिता लोडेलीवार, भाग्यश्री मुधोलकर, रमा देशमुख और अन्य उपस्थित थे। कचरा संग्रह और परिवहन के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये का सात साल का ठेका स्वयंभु एजेंसी को 1,700 रुपये प्रति टन पर दिया गया था। ठेके में 3 साल के विस्तार का प्रावधान था। हालाँकि, पहली निविदा प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया था और एक नई निविदा प्रक्रिया आयोजित की गई थी और स्वयंभू एजेंसी को 2800 रुपये प्रति टन की दर से काम दिया गया था।

शहर विकास अघाड़ी के तत्कालीन गटनेते जन विकास सेना के अध्यक्ष पूर्व पार्षद पप्पू देशमुख ने आरोप लगाया कि 1100 रुपये प्रति टन की बढ़ोतरी से इस कार्य में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इस घोटाले के खिलाफ कई राजनीतिक दलों और संगठनों ने शिकायत भी की थी। इसके बाद महानगरपालिका प्रशासन ने ठेकेदार को बातचीत के लिए बुलाया और रेट कम करने को कहा। लेकिन ठेकेदार ने बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच का दरवाजा खटखटाया। इस बीच कोर्ट ने ठेकेदार के पक्ष में आदेश दिया था। इसके बाद महानगरपालिका ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की। मामले में सुप्रीम कोर्ट ने महानगरपालिका के पक्ष में फैसला सुनाया है, इस ठेके को रद्द कर दिया गया है और इस काम के लिए एक नई निविदा प्रक्रिया आयोजित करने का रास्ता साफ हो गया है।
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देशमुख ने स्थायी और आम सभा में उठायी थी आवाज
पूर्व नगरसेवक पप्पू देशमुख ने कई आम सभाओं और स्थायी समिति की बैठकों में इस घोटाले के खिलाफ आवाज उठाई थी। देशमुख ने दावा किया था कि दस साल में महानगरपालिका को करीब 40 करोड़ का नुकसान होगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने चंद्रपुरकर की गाढ़ी कमाई बचा ली है। इसी खुशी को मनाने के लिए शुक्रवार को जन विकास सेना ने महानगरपालिका के सामने पटाखे फोड़कर, ढोल नगाड़ों की आवाज पर मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया।
कचरा घोटाले का होगा भंडाफोड़– जन विकास सेना के संस्थापक अध्यक्ष देशमुख ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि वह अगले दो-तीन दिनों में कचरा घोटाला मामले का पर्दाफाश करेंगे। देशमुख क्या भंडाफोड़ करेंगे इस ओर चन्द्रपुरकर की नज़र है।