डि. एस. ख्वाजा, जिला प्रतिनिधि, चंद्रपुर :- चंद्रपुर/ उर्जानगर/-
बच्चों के संस्कार, जीवन शिक्षा संस्कार व शारीरिक व्यायाम की शिक्षा शिविरों के माध्यम से दी जा रही है। शिविर के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को जीवन शिक्षण की सीख देना अड्याळ टेकड़ी का एक सराहनीय उपक्रम है। इस शिविर से श्रेष्ठ नागरिको की निर्मिति होंगी। उप मुख्य अभियंता अनिल पुनसे ने कहा कि इस शिविर से बच्चों को आगे चलकर लाभ मिलेगा। वे ऊर्जानगर में आयोजित जीवन शिक्षण शिविर के समापन कार्यक्रम में बोल रहे थे। श्री गुरुदेव सेवा मंडल की ओर से चन्द्रपुर महाऔष्णिक विद्युत केन्द्र उर्जानगर में आयोजित बाल संस्कार एवं जीवन शिक्षण शिविर के समापण के उदघाटक उपमुख्य अभियंता श्याम राठोड, मार्गदर्शक सुबोधदादा, अध्यक्ष बबनराव अनमुलवार, उपमुख्य अभियंता अनिल पुनसे अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अधिक्षक अभियंता सुहास ढोले, सिटीपीएस पत संस्थेचे पूर्व अध्यक्ष प्रकाश ठाकरे तथा अध्यक्ष रविद्र बोबडे, ऊर्जानगर की सरपंच सौं मंजुषा येरगुडे, अड्याळ टेकडी के सुश्री रेखाताई बुराडे, मंडळ के अध्यक्ष प्रशांत दुर्गे, उपाध्यक्ष रामदास तुमसरे, महिला अध्यक्षा सौं मुक्ताताई पोईनकर इनकी भी उपस्थिती रही।

कार्यक्रम के उदघाटक उपमुख्य अभियंता श्याम राठोड , अध्यक्ष बबनराव अनमुलवार तथा उपस्थित अतिथीयो के हाथों दीप प्रज्वलित कर तथा श्री गुरुदेव के अधिष्टान को, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज एवं कर्मयोगी तुकारामदादा की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। स्वागत गीत के रूप में शिविरार्थियों ने शब्दसुमना से अभिनंदन किया। उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का मंडल के पदाधिकारियों द्वारा पुष्पगुच्छ एवं ग्राम गीता पुस्तक भेंट कर स्वागत किया गया। उपाध्यक्ष रामदास तुमसरे ने प्रस्तावना में कहा कि, राष्ट्रसंत के ग्रामगीता के वैज्ञानिक विचारों को सामने रखकर युवाओं को सशक्त, स्वस्थ, स्वावलंबी, निर्व्यसनी, स्वाभिमानी और चरित्रवान बनाने के लिए जीवन को अच्छा और सुंदर बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में कुल 36 लड़के और लड़कियों ने भाग लिया। सभी शिविरार्थियों को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। उत्कृष्ट शिविरार्थी का पुरस्कार चि. अंश विठ्ठल पत्रकार व कु अविका सतीश क्षीरसागर को दिया गया। ग्राम गीता में जीवन शिक्षण अध्याय पर आधारित लिखित परीक्षा में प्रथम कुमार सुषभ शरद बोरकर दुसरा कुमार भुशीत दिपक निखाडे व तिसरा क्रमांक समृद्धी रमाकांत गुरनुले इनका आया, उन्हें गणमान्य व्यक्ति द्वारा सम्मानित किया गया।

योगासन और सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन किया गया।पारंपरिक लाठी-काठी ड्रिल ने सभी लाठी-काठी वार और लाठी-चौमुखी और लाठी-लड़ा के उत्कृष्ट प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। तलवारबाजी के दौरान बालक-बालिकाओं द्वारा ढाल-तलवार एवं ढाल-तलवार युद्ध का प्रदर्शन किया गया। इसके बाद सामूहिक गान प्रस्तुत किया गया। शरीर पर रोंगटे खड़े हो जाये ऐसा भर्रा-बाना और दोहरा पट्टा प्रस्तुत किया गया। आत्मानुसंधान भु-वैंकुंठ अड्याळ टेकडी के संचालक सुबोधदादा, उपमुख्य अभियंता श्याम राठोड तथाअनिल पुनसे, मंजुषा येरगुडे, रवींद्र बोबडे तथा कार्यक्रम के अध्यक्ष बबनराव अनमुलवार इनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ । जीवन शिक्षण गुरुकुल के शिक्षक रत्नाकर मेश्राम, अक्षय कुडे, महिलाश्रमाच्या रेखाताई बुराडे, पराग खोकले, आयुष आस्वले, कु प्रणाली धांडे इन्होंने शिबिरार्थीयो को प्रशिक्षण दिया।
समापन कार्यक्रम का संचालन विलास उगे ने किया तथा आभार प्रदर्शन हरिचंद्र देवतळे ने किया। अंत में सामूहिक प्रार्थना व राष्टवंदना के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।