विदर्भ प्रिंट, नागपुर। चंद्रपुर जिले से कांग्रेस के सांसद बालू धानोरकर की आज इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। वे मात्र 48 साल के थे। बालू धानोरकर का बीते तीन दिनों से दिल्ली के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। किडनी की बीमारी के लिए उनका पहले नागपुर में इलाज चल रहा था। दो दिन पहले उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली रेफर कर दिया था। धानोरकर बीते दो दिनों से वेंटिलेटर पर थे। सोमवार को पूरे दिन उनके इलाज पर प्रतिक्रिया की खबरें आ रही थीं। सभी लोग यह उम्मीद कर रहे थे कि वह सकुशल लौट आएंगे। हालांकि बीती रात 12 बजे के आसपास उनकी मौत हो गई। उनके परिवार में विधायक पत्नी प्रतिभा और दो बच्चे हैं। धानोरकर के पार्थिव शरीर को दिल्ली से नागपुर होते हुए उनके आवास वरोरा मंगलवार 30 मई दोपहर 2 बजे से 31 मई की सुबह 10 बजे तक दर्शन के लिए रखा जायेगा। 31 मई को सुबह 11 बजे वणी-वरोरा बाईपास मार्ग स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पिता का कुछ दिन पहले निधन
धानोरकर के पिता नारायण धानोरकर की भी चार दिन पहले ही मौत हुई थी। उनके अंतिम संस्कार के समय सांसद धानोरकर का नागपुर में इलाज चल रहा था। पिता-पुत्र की मौत से धानोरकर परिवार में शोक की लहर है। धानोरकर के असमय निधन से कांग्रेस और राजनीतिक क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति है। 2019 के लोकसभा चुनाव में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद धानोरकर चुनाव में जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे। धानोरकर की वजह से ही कांग्रेस महाराष्ट्र में खाता खोलने में सफल रही थी। बालू धानोरकर का पैतृक गांव चंद्रपुर जिले में भद्रावती है। साल 2009 में शिवसेना ने उन्हें इस सीट से टिकट दिया था लेकिन तब वह चुनाव नहीं जीत पाए थे। 2014 तक, बालू धानोरकर ने विभिन्न आंदोलनों और संगठनात्मक के माध्यम से शिवसेना के लिए निर्वाचन क्षेत्र का समर्थन किया। बाद में उन्होंने शिवसेना के टिकट पर विधायक सीट जीती थी।