विदर्भ प्रिंट,नागपुर। ओबीसी समाज के लिए आरक्षण की मांग को लेकर शहर के मध्य स्थित संविधान चौक पर पिछले 18 दिनों से चल रहे आंदोलन को राज्य से विविध संगठनों ने अपना समर्थन जाहिर दिया है। श्रृंखलाबद्ध तरीके से चल रही भूख हड़ताल से आंदोलनकारियों के हौशलें भी बुलंद हो रहे हैं। इस आंदोलन में अनेक संगठनों के पदाधिकारी व युवा वर्ग का विशेष लगाव देखा जा रहा है। पिछले 18 दिनों से चल रही श्रृंखलाबद्ध भूख हड़ताल में गणेश नखले, महेंद्र उइके, गमेराज गोमासे, शरद वानखेड़े, दौलत शास्त्री, माया घोरपड़े, पल्लवी मेश्राम, केशव शास्त्री, त्रिलोकचंद व्यवहारे, परमेश्वर राऊत, प्रा. रमेश पिसे, कल्पना मानकर, सुधाकर तायवाड़े, उदय देशमुख, हेमंत गावंडे, डॉ. अरुण वराडे, अविनाश घागरे आदि ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की है। कई संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में इस आंदोलन स्थल का दौरा कर रहे हैं और अपना समर्थन का ऐलान भी कर रहे हैं। यहां धुले नगर निगम के प्रथम महापौर भगवान करनकल, नांदुरा ओबीसी महासंघ के उपाध्यक्ष विजय दावंगे, सूरज बेलसरे, अमरावती राष्ट्रीय ओबीसी किसान महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश साबले, शहर अध्यक्ष अनिल ठाकरे, राहुल तायडे ने भी अपना समर्थन दिया है। साथ ही सलिल देशमुख, चन्द्रशेखर पांडे, प्रवीण जोध, अजीज पटेल अमरावती, राजेश ठाकरे, अरुण वराडे, पांडुरंग कापसे ने स्थानीय स्तर पर प्रदर्शन करने की मंशा जाहिर की है। ऑफ्रोट एसोसिएशन की अध्यक्ष – राजेंद्र मरसकोले , सचिव – नंदकिशोर कोडापे, उपाध्यक्ष – गंगाराम साखरकर और महेंद्र उइके उपस्थित रहे। इस आंदोलन को लगातार समर्थन देने वालों में खुशाल शेंडे, सुधाकर भोयर, काटोल, नाना सातपुते, डॉ. विनोद गावंडे, डॉ. भरत मेघे, शकील पटेल , रुतिका डफ, विजय वासत्कर, नीलेश कोढ़े, सुरेश कोंगे, विष्णु बोंडारे, संजय वालके , दिलीप रामापुरे, काटोल, और राजू शेंडे, संजय काले, जयश्री काले, रामेश्वर राउत, जीएम साखरकर, अरविंद चोरे का विशेष समावेश रहा।